शुद्ध बचत का अर्थ
[ shudedh bechet ]
शुद्ध बचत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- विशेषकर किसी निश्चित समय में किसी काम आदि से होनेवाले लाभ में से खर्च, लागत आदि निकालने के बाद जो बचे:"इस काम में मुझे ग्यारह सौ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ"
पर्याय: शुद्ध लाभ, शुद्ध आय, शुद्ध आमदनी, निवल आय, निवल लाभ
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इस प्रकार शुद्ध बचत रूपये ६७०८ होती है ।
- एक शुद्ध बचत उत्पाद जिसमें ओवरड्राफ्ट की सुविधा सन्निहित है।
- जिस वजह से लोगों की शुद्ध बचत में कमी आई है।
- उन्नत किस्मों के अपनाने से शुद्ध बचत रूपये १४७०० प्रति हेक्टर हो सकती है ।
- जबकि इस राशि के भुगतान न करने से सरकारी खजाने में शुद्ध बचत हो रही है।
- भाड़ा भत्ता ' अलग से मिलता है किन्तु यह रकम तो उनकी ‘ शुद्ध बचत ' होती है।
- उन्होंने एक सवाल पर बताया कि शुद्ध बचत में कमी जरूर आई है जिसका मुख्य कारण बढ़ती महंगाई है।
- तमाम सरकारी महकमों के अफसरों-कर्मचारियों को रिश्वत और दूसरे खर्चे काटकर भी शुद्ध बचत सत्तर हजार की हो जाती।
- किसी भी परिस्थिति में कुल शुद्ध निवेश ( बाहरी मदद को छोड़कर) समाज की कुल शुद्ध बचत से ज्यादा नहीं हो सकता।
- किसी भी परिस्थिति में कुल शुद्ध निवेश ( बाहरी मदद को छोड़कर ) समाज की कुल शुद्ध बचत से ज्यादा नहीं हो सकता।